नमस्कार दोस्तों,
कैसे हैं आप सभी,
मैं हूं आपकी ब्लॉगर साथ ही यू ट्यूबर मनीषा।
वेलकम टू माय ब्लॉग वेबसाइट www.healthymannkibaat.com
दोस्तों जैसे कि आपने मेरे blog के हेडिंग से समझ ही लिया होगा कि आज मैं अपने blog के थ्रू आपसे आप ही की जिंदगी के बारे में कुछ बात करूंगी,
कुछ अपनी राय दूंगी आशा करती हूं आप सब उससे सहमत हो और जो भी आपकी प्रतिक्रिया हो वह आप मेरे साथ शेयर करें।
कुछ अपनी राय दूंगी आशा करती हूं आप सब उससे सहमत हो और जो भी आपकी प्रतिक्रिया हो वह आप मेरे साथ शेयर करें।
दोस्तों सरकार ने लोक डाउन जो देश में क्रोना से बचने के लिए लगाया था उसे धीरे-धीरे खोलना शुरू कर दिया है, अब 17 मई तक का इंतजार हमें करने की आवश्यकता नहीं है। सरकार ने धीरे-धीरे 17 मई से पहले ही सभी सरकारी ऑफिस, कुछ प्राइवेट ऑफिस खोलने की अनुमति दे दी है। दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें एक समय अवधि के अनुसार खोलनी आरंभ कर दी है। जिंदगी फिर से खड़े होने की कोशिश में लग चुकी है।
ऐसे में अगर हम यह सोचेंगे कि शायद सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि देश से क्रोना का संक्रमण खत्म हो चुका है या बस 17 मई के बाद खत्म हो जाएगा यह सोचना बिल्कुल गलत होगा। सच तो यह है कि सरकार भी 24 घंटे या साल के 365 दिन हम पर नजर नहीं रख सकती। यह वायरस तो हमारे देश हमारी दुनिया में अपनी जड़ें जमा चुका है ऐसे में हमारी और हमारे अपनों के स्वास्थ्य की रक्षा करने की पूरी जिम्मेवारी हम पर आ गई है।
सरकार ने हमें सिखा दिया है कि क्रोना वायरस क्या है, इससे कैसे बचना है, social distancing के नियम का कैसे पालन करना है, हाथों की सैनिटाइजेशन, यह सब हमें सिखा दिया है।
अब जब लोक डाउन खत्म होने जा रहा है तो इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं कि अब हम लापरवाह हो जाए। Corona का संकट उसी तरह से बना हुआ है। आप रोज के रोज न्यूज़ के थ्रू अपडेट ले रहे हैं कि लोग क्रोना से प्रतिदिन संक्रमित हो रहे हैं, बीमार हो रहे हैं। इस स्थिति में अब हमें पूरी एहतियात के साथ काम भी करना है और अपनी रक्षा भी करनी है।
हमें अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करके इस क्रोना वायरस से लड़ना होगा और जीतना होगा ।
अब हमें अपने इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रांग करना होगा।
शुद्ध पोष्टिक आहार लेना होगा।
फास्ट फूड, चाट मसालेदार खाने से दूर रहने की आदत डालनी होगी।
अपने खाने में दूध,दही, घी की मात्रा बढ़ानी होगी।
शाकाहारी भोजन को ही प्राथमिकता देनी होगी।
कहने का मतलब है कि अपनी जीभ पर कंट्रोल लगाना होगा कम से कम दो-तीन साल तक तो जरूरी है इस जीवनशैली को अपने जीवन में अपने दिनचर्या में लागू करना होगा।
क्योंकि स्थिति को सामान्य होने में अभी बहुत टाइम लगेगा जैसा कि सभी जानते हैं कि अभी तक इस क्रोना वायरस का ना तो कोई निश्चित इलाज है और ना ही कोई वैक्सीन उपलब्ध है। पूरी दुनिया में फैली इस महामारी के समय हमें अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करना ही होगा।
अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करके ही हम सरवाइव कर पाएंगे वरना जो अपने आप को इस विषम परिस्थितियों में नहीं बदल पाया उसे खत्म होने से कोई नहीं बचा पाएगा।
दोस्तों अभी हाल ही के न्यूज़ के अपडेट के अकॉर्डिंग हम सभी को पता ही है कि सरकार ने देश के ज्यादातर राज्यों में शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है। और यह भी सभी को पता ही है कि शराब की prices में बढ़ोतरी हो चुकी है, क्योंकि सरकार ने शराब की बिक्री पर टैक्स बढ़ाने का फैसला ले लिया है।देश में बनने वाली शराब पर 5% टैक्स और विदेशी शराबों पर 20% टैक्स बढ़ा दिया गया है। राज्य सरकारों के राजकोष खाली होते जा रहे हैं, और स्थिति फिलहाल सामान्य होने की कोई गुंजाइश नहीं है ऐसे में राज्य सरकारें शराब की दुकानों से ही ज्यादा से ज्यादा टैक्स इकट्ठा कर रही है। दिल्ली का अपडेट लिया जाए तो दिल्ली सरकार ने भी शराब के रेट में 70 फीसदी बढ़ोतरी कर दी है।
कहने का मतलब यह है कि देश में करोना के संकट के कारण सभी उत्पाद चाहे वह भोजन सामग्री है या चाहे आप लोगों की शराब सभी की कीमतें बढ़ चुकी है।
अब जीवन चलाने के लिए भोजन तो अति आवश्यक है तो हम बढ़ी हुई कीमतों पर भी उसे खरीदेंगे, खाएंगे और जीवित रहेंगे । परंतु यह कौन सी समझदारी है कि बढ़ी हुई कीमतों पर भी शराब खरीदनी ही है और पीनी ही है जबकि हम सभी जानते हैं कि शराब पीने से आज तक किसी का भला नहीं हुआ है।
उल्टा हम शराब पीने की वजह से आर्थिक और शारीरिक रूप से कमजोर ही होते हैं।शराब की लत ना सिर्फ हमारे शरीर को धीरे-धीरे कमजोर बना देती है बल्कि हमारी आर्थिक स्थिति को भी जंग लगा देती है। तो आप ही बताइए ऐसी शराब का क्या लाभ जो बदनाम करें, बर्बाद करें और नुकसान पहुंचाए।
आप खुद सोचिए जब हमें पता चलता है कि कोई एक्सीडेंट शराब की वजह से हुआ है तो चाहे गलती शराब पीने वाले व्यक्ति की ना भी हो तो भी हम उसी पर दोष लगाएंगे कि वह शराब पीकर गाड़ी चला रहा था ।
जब किसी घर में झगड़ा होता है पति पत्नी के बीच में तो यदि मान लीजिए कि पति ने बहुत शराब पी रखी है और दोनों का झगड़ा घर के बाहर तक जा रहा है तो भले ही गलती पत्नी की हो लेकिन दोष शराब को ही दिया जाएगा। कहने वाले बस यही कहेंगे कि उसका पति शराब पीकर झगड़ा कर रहा है।
शराब हमेशा ही व्यक्ति को तिरस्कार, अपमान, बदनामी बर्बादी और परेशानी के उपहार ही दिलवाती है।
एक बार शराब की लत लग गई तो वह जिंदगी को बर्बाद करके ही छोड़ती है।
सभी जानते हैं कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने महा संकट महाविनाश की स्थिति उत्पन्न कर दी है । करोना महामारी ने संपूर्ण संसार की अर्थव्यवस्था हिला कर रख दी है। और अभी भी कुछ नहीं पता कि यह स्थिति और कितनी बिगड़ेगी क्योंकि यह तो सभी जानते ही हैं कि जब तक इस बीमारी का कोई निश्चित इलाज या कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाता तब तक इस बीमारी पर रोक लगाना असंभव है। देश में क्रोना वायरस के तहत सरकार ने लोग डाउन घोषित किया और लोक डाउन के चलते लोगों के व्यापार ,नौकरियां सब ठप हो गए। सभी व्यक्तियों के काम धंधों पर बहुत बुरा असर पड़ा। सभी व्यक्तियों की आर्थिक स्थिति हिल चुकी है। ऐसे में सभी को अपनी बचत पर ध्यान देना होगा, ना कि मुश्किल समय के लिए बचाए गई जमा राशि को बढ़ी हुई कीमतों पर बेची जा रही शराब पर बर्बाद करना। इस संकट की घड़ी में हमें सूझबूझ से काम लेने की जरूरत है ना कि जोश में आकर सब बर्बाद कर देने की।
मैं अपने देश और अपने देश की सरकार का बहुत सम्मान करती हूं , हमारे देश की सरकार के द्वारा करोना महामारी के संकट में लिए गए सभी फैसलों का भी मैं हार्दिक रूप से प्रशंसा करती हूं।
परंतु आज जब सरकार लोकडाउन खोल रही है तो मेरा सरकार से यह सवाल है कि जिस शराब पर सरकार ने रोक लगा रखी थी उसी को ही लोक डाउन के बाद तुरंत खोल देना कहां की समझदारी है, सरकार भी जानती है कि देश के प्रत्येक नागरिक की अर्थव्यवस्था ध्वस्त होने की कगार पर जा रही है ऐसे में शराब की दुकानें खोल देना ऊपर से उन पर टैक्स की बढ़ोतरी करके उनकी कीमतें बढ़ा देना, क्या सही फैसला है।
इसलिए
हमारे देश की सरकार से मेरी हाथ जोड़कर विनम्र प्रार्थना है कि शराब की दुकानें खोलने का जो फैसला सरकार ने लिया है उस पर फिर से विचार किया जाए क्योंकि अगर सरकार ही ऐसी विषम परिस्थिति में ढील देगी तो हमारे देश में बहुत सारे ऐसे भी लोग हैं जो इसका गलत फायदा उठाएंगे और ना सिर्फ अपने परिवार को बल्कि पूरे देश को बर्बादी की तरफ ले जाएंगे।
दोस्तों यह थी आज मेरे मन की बात जो मैंने आप सबके साथ शेयर की। मैं जानती हूं कि बहुत सारे ऐसे लोग भी होंगे जो मेरी बात से सहमत नहीं होंगे बल्कि मुझे ही बुरा भला कहेंगे। उनसे मैं क्षमा मांगती हूं। लेकिन यह आप भी जानते हैं और मैं भी जानती हूं कि मैंने जो कहा वह बिल्कुल सच और सही कहा।
जी हां सच कड़वा होता है तो कड़वाहट ही सही पर सच है।
जी हां सच कड़वा होता है तो कड़वाहट ही सही पर सच है।
चलिए दोस्तों आज के लिए इतना ही फिर मिलते हैं किसी नए ब्लॉग के साथ किसी नई मन की बात के साथ.....
अपना और अपनों का ख्याल रखिए सुरक्षित रहिए अपनी और अपने आसपास की सफाई बनाए रखें।।
Be hopeful.....Be hygiene.....be healthy.......
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