नमस्कार दोस्तों,
कैसे हैं आप सभी,
मैं हूं आपकी youtuber as well as ब्लॉगर Manisha.........
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दोस्तों आज के ब्लॉग में हम बात करने जा रहे हैं मानसिक रोग(Mental illness) की।
मानसिक रोग एक ऐसी स्थिति होती है जो आपकी सोचने विचारने की शक्ति को, आप की मनोदशा को और आपके व्यवहार को प्रभावित करती है। मानसिक बीमारी किसी को भी किसी भी Age में शुरू हो सकती है। यह बीमारी एक छोटे बच्चों को भी हो सकती है जो कि स्कूल जाता है। या किसी व्यस्क व्यक्ति को भी हो सकती है। स्त्री पुरुष किसी को भी मानसिक बीमारी की समस्या पैदा हो सकती है।
मानसिक रोग एक ऐसी स्थिति होती है जो आपकी सोचने विचारने की शक्ति को, आप की मनोदशा को और आपके व्यवहार को प्रभावित करती है। मानसिक बीमारी किसी को भी किसी भी Age में शुरू हो सकती है। यह बीमारी एक छोटे बच्चों को भी हो सकती है जो कि स्कूल जाता है। या किसी व्यस्क व्यक्ति को भी हो सकती है। स्त्री पुरुष किसी को भी मानसिक बीमारी की समस्या पैदा हो सकती है।
मानसिक रोग के प्रभाव स्थाई भी हो सकते हैं और अस्थाई भी हो सकते हैं। आपको एक ही समय में एक से अधिक मानसिक रोग भी हो सकते हैं जैसे डिप्रेशन और लत संबंधी विकार एक साथ हो जाना।
मानसिक रोग एक प्रकार का मस्तिष्क रोग है ऐसी स्थिति में व्यक्ति का मन बहुत उदास रहता है और उसका दिमाग कोई भी Decision लेने की क्षमता खो बैठता है। इसका मतलब यह है कि वह सही और गलत में ठीक से पहचान नहीं कर पाता। मानसिक रोगी के मन में हमेशा नकारात्मक विचार चलते रहते हैं जिसके चलते वह कई बार खुद को और दूसरों को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
एक व्यक्ति में मानसिक रोग की प्रॉब्लम कुछ दिनों से लेकर कई महीनों या कई सालों तक रह सकती है, यदि उसको Proper treatment और परिवारिक Support ना मिले तो।
चलिए दोस्तों बात करते हैं कि मानसिक रोग के क्या लक्षण और प्रकार हो सकते हैं और इसका क्या उचित समाधान या ट्रीटमेंट हो सकता है:-----
Mental illness Symptoms मानसिक रोग के लक्षण या कारण:--------- मानसिक बीमारी के लक्षण या जिन कारणों की वजह से यह शिकायत किसी भी इंसान में हो सकती है, वह इस प्रकार हैं :------
1. हर समय बेचैन रहना जिसकी वजह से किसी भी काम में ध्यान ना लगना।
2. मन में हमेशा Negative thoughts रखना। हर चीज को हर व्यक्ति को नकारात्मक सोच के साथ देखना।
3. छोटी-छोटी बातों पर बहुत जल्दी और बहुत ज्यादा गुस्सा करना। सारा दिन चिड़चिड़ापन रहना।
4. बहुत ज्यादा डरे रहना और हर वक़्त चिंता में घिरे रहना।
5. Reality से दूर रहना और हमेशा भ्रम में विश्वास करना, उसको ही सच मानना।
6. सही गलत समझने की Power खत्म हो जाना या बहुत कम हो जाना।
7. दोस्तों और परिवार से अलग रहना। अपने आपको सब से हीन समझना। हमेशा अकेलापन महसूस करना।
किसी से ना मिलना ना बात करना खुद को अकेलेपन में कैद कर देना।
8. हर काम में थकान महसूस करना। शरीर में Energy level का बहुत कम हो जाना।
9. बहुत अधिक नशा करना। जैसे कि शराब, सिगरेट, ड्रग्स या नशीली दवाओं का सेवन करना।
10. यदि आपको नींद ठीक से नहीं आती या काफी दिनों से आप सोए नहीं है तो भी आपको कोई मानसिक बीमारी घेर सकती है।
11. घर में बिल्कुल भी शांति महसूस ना करना। बहुत ज्यादा घरेलू झगड़ों की वजह से भी किसी भी इंसान की मानसिक स्थिति बिगड़ सकती है।
12. यदि किसी इंसान पर किसी भी काम का बहुत ज्यादा प्रेशर डाला जाए जैसे कि ऑफिस में काम करने वाले व्यक्ति पर ऑफिस work का बहुत ज्यादा लोड होना।
स्कूल जाते बच्चे पर उसकी पढ़ाई का बहुत ज्यादा प्रेशर डाला जाए तो हो सकता है कि उसकी मानसिक स्थिति पर इसका बुरा असर पड़े। कभी भी बच्चों को उनकी पढ़ाई के लिए कंपेयर नहीं करना चाहिए सभी के सीखने की और समझने की क्षमता एक दूसरे से अलग हो सकती है।
इसलिए कह सकते हैं कि यदि किसी भी इंसान पर किसी भी काम का हद से ज्यादा प्रेशर डाला जाए तो इसका असर उस पर किसी मानसिक बीमारी के रूप में देखने को मिल सकता है।
13. जीवन में कोई दुखद घटना का हो जाना जिसे सहन करना बहुत मुश्किल हो जाए जैसे किसी अपने की मृत्यु या कोई भयानक एक्सीडेंट या शरीर को कोई भयानक बीमार हो जाना।
14. खुद को अपने घर में या बाहर दूसरों से कम समझना। अपने आप को किसी भी काम के काबिल ना समझना। अपने आप में हमेशा कमियां निकालना।
15. Self confidence बिल्कुल खत्म हो जाना। अपने आप पर बिल्कुल भी विश्वास ना करना।
16. यदि कोई मानसिक बीमारी से ग्रस्त है तो उसके मन में हमेशा खुद को या दूसरों को नुकसान पहुंचाने के ख्याल आते हैं वह हमेशा आत्महत्या के बारे में सोचने लग जाता है,
इसी के चलते वह कई बार खुद के साथ या दूसरों के साथ हिंसक गतिविधियां भी करने लग जाता है।
17. पौष्टिक भोजन बिल्कुल ना करना। यदि शरीर में संतुलित और पौष्टिक भोजन की कमी हो जाए तो भी इसका असर हमारी मानसिक स्थिति पर पड़ सकता है।
इसलिए पौष्टिक भोजन एक स्वस्थ शरीर और एक स्वस्थ दिमाग के लिए बहुत आवश्यक होता है।
18. अकेले में हर समय बड़बड़ करते रहना। रात दिन अपने आप से ही बातें करते रहना।
19. बहुत ही कम खाना खाना या फिर आवश्यकता से अधिक खाना भी किसी मानसिक बीमारी की ओर संकेत कर सकता है।
20. बहुत ज्यादा सिर दर्द, पीठ दर्द और चीजों को भूलने की शिकायत होने लगे तो भी यह किसी मानसिक बीमारी का संकेत हो सकता है। Mood बार बार Change hona भी हमारी मानसिक स्थिति की दर्शाती है।
21. अनुवांशिक कारण भी मानसिक रोग के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। यदि परिवार में पहले से कोई व्यक्ति मानसिक रोगी हो तो उस परिवार के अन्य व्यक्ति के भी मानसिक रूप से बीमार होने की संभावना रहती है।
यदि माता-पिता या भाई-बहन या किसी अन्य खून के रिश्ते वाला व्यक्ति मानसिक रोगी है तो हो सकता है कि परिवार में अन्य किसी व्यक्ति को भी यह बीमारी हो जाए।
22. यदि गर्भ के दौरान बहुत ज्यादा तनावपूर्ण माहौल हो, नशीले पदार्थों का बहुत ज्यादा सेवन कर रहें हो, या कोई दुर्घटना हो जाती है जिससे आपका मन बहुत अशांत रहता हो, तो पैदा होने वाले बच्चे की मानसिक स्थिति पर इसका बहुत बुरा असर पड़ सकता है।
23. यदि किसी दुर्घटना के दौरान आपके मस्तिष्क पर कोई गंभीर चोट लग जाती है तो हो सकता है इसकी वजह से भी कोई मानसिक बीमारी आपको घेर ले।
24. यदि आपने बचपन में बहुत ज्यादा दुर्व्यवहार सहन किया हो तो इसका असर भी आगे चलकर किसी मानसिक बीमारी के रूप में सामने आ सकता है।
25. कोई दर्दनाक अनुभव या कोई तनावपूर्ण स्थिति जैसे आर्थिक नुकसान हो जाना, किसी अपने से जुदाई हो जाना, तलाक की स्थिति या किसी अपने खास की मृत्यु हो जाना भी मानसिक बीमारी के विकास के
जोखिम को बड़ा सकता है।
Types of mental illness:---- मानसिक बीमारी कई प्रकार की हो सकते हैं जैसे कि:-----
1. डिप्रेशन
2. तनाव
3. नशे की लत
4. याददाश्त खोना
5. भूलने की बीमारी हो जाना
6. किसीचीज का फोबिया हो जाना जैसे भ्रम, डर इत्यादि।
7. अल्जाइमर रोग होना।
8. Hallucinations होना। etc.
Treatment and Prevention for mental illness:-------
1. दोस्तों, मानसिक बीमारी को रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है बस इसके लिए आपको अपनी जीवन शैली में कुछ ज़रूरी Changes करने होंगे और साथ ही आपकी family का support और अपनापन आपको आपकी मानसिक बीमारी से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं।
2. मानसिक बीमारी में डॉक्टर की help लेना भी बहुत जरूरी होता है
क्योंकि मानसिक बीमारी में इंसान ना केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।इसलिए ऐसी स्थिति को नजरंदाज ना करे और समय रहते डाक्टरी सलाह और treatment जरूर लें।
3. जितना हो सके मानसिक रोगी को अपना ध्यान रखना चाहिए। अच्छे से नींद लेनी जरूरी है और Healthy food खाना बहुत ज़रूरी है। ऐसा करने से हमारी Immunity power मजबूत हो जाएगी और हमारी स्थिति में सुधार आने लगेगा।
4. किसी भी व्यक्ति के लिए Exercises और योगा बहुत जरूरी है। योगा और व्यायाम करने से हमारे शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और हमारे शरीर की विभिन्न प्रकार के रोगों से लडने की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ जाती है।
जिससे हमें कोई भी काम करते हुए थकान महसूस नहीं होती और हमारा मन प्रतेक काम में अच्छे से लगता है
5. दोस्तों, बच्चो पर भी पढ़ाई का ज्यादा Pressure ना डालें। क्योंकि किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा दबाव का असर
हमारी मानसिक Situation पर पड़ता है।
6. यदि मानसिक रोगी की हालत बहुत ज्यादा खराब हो जाए तो उसको Hospital में ही admit करना ज़रूरी हो जाता है। जिससे रोगी के treatment में, निगरानी, दवा और पौष्टिक आहार का ध्यान रखा जा सके और किसी भी Emergency के लिए alert रहा जा सके।
7. यदि मानसिक रोगी के लक्षण बहुत ज्यादा गंभीर दिखाई देने लगे, जैसे कि उसको बहुत ज्यादा Hellucination होने शुरू हो गए हों। और उसके मन में हमेशा Suiside करने के विचार आते रहते हैं। और वह बहुत ज्यादा हिंसक गतिविधियां भी करने लगा हो तो ऐसे में डॉक्टर की सलाह से दवाई लेना बहुत जरूरी हो जाता है।
दोस्तों मानसिक बीमारी की रोकथाम के लिए मार्केट में तरह-तरह की दवाई उपलब्ध हैं।
परंतु अपनी मर्जी से और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवाई खुद खाना या अपने परिवार के किसी भी व्यक्ति को खिलाना उसकी जान के साथ खिलवाड़ करना साबित हो सकता है।
8. किसी भी व्यक्ति को वही काम करने चाहिए जिसमें आपको खुशी मिले।
यदि कोई भी काम बोझ समझ के किया जाए। यदि किसी काम को करते हुए आपको burden महसूस हो रहा हो तो वह काम आप बिल्कुल ना करे। क्योंकि इससे मन में नकारात्मक विचार आने लग जाते हैं जिसका हमारी मानसिक स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
9 अगर आप किसी Stress से जूझ रहे हैं तो शराब या नशे का सहारा बिल्कुल ना लें बल्कि नशीली पदार्थों से दूर रहें। नहीं तो यह नशीले पदार्थ आपकी सोचने समझने की शक्ति को खत्म कर देंगे और इसका सीधा असर आपकी मानसिक स्थिति पर पड़ेगा।
10.मानसिक रोगी को ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार वालों अपने दोस्तों अपने रिश्तेदारों के साथ बिताना चाहिए। अकेले बिल्कुल नहीं रहना चाहिए अपने दोस्तों से अपने परिवार वालों से अपनी मन की स्थिति को शेयर करने का प्रयत्न करें। अपनों की Support और अपनापन हमें किसी भी बीमारी से बाहर लाने में सक्षम होती है।
11. हमेशा ऐसे व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए जो आपके साथ नकारात्मक बातें करें और आपको नकारात्मक सोचने पर मजबूर करें। ऐसे अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करेंगे तो जल्दी कि हमारी मानसिक स्थिति में भी सुधार होने लगेगा।
तो दोस्तों मानसिक रोगी के व्यक्ति को ठीक करने के लिए Family suppprt, योगा एवं Exercise, डॉक्टर द्वारा Prescribed medicine और साथ ही डॉक्टर Talk therpy बहुत ज़रूरी होते हैं।
चलिए दोस्तों बात करते हैं कि मानसिक रोग के क्या लक्षण और प्रकार हो सकते हैं और इसका क्या उचित समाधान या ट्रीटमेंट हो सकता है:-----
Mental illness Symptoms मानसिक रोग के लक्षण या कारण:--------- मानसिक बीमारी के लक्षण या जिन कारणों की वजह से यह शिकायत किसी भी इंसान में हो सकती है, वह इस प्रकार हैं :------
1. हर समय बेचैन रहना जिसकी वजह से किसी भी काम में ध्यान ना लगना।
2. मन में हमेशा Negative thoughts रखना। हर चीज को हर व्यक्ति को नकारात्मक सोच के साथ देखना।
3. छोटी-छोटी बातों पर बहुत जल्दी और बहुत ज्यादा गुस्सा करना। सारा दिन चिड़चिड़ापन रहना।
4. बहुत ज्यादा डरे रहना और हर वक़्त चिंता में घिरे रहना।
5. Reality से दूर रहना और हमेशा भ्रम में विश्वास करना, उसको ही सच मानना।
6. सही गलत समझने की Power खत्म हो जाना या बहुत कम हो जाना।
7. दोस्तों और परिवार से अलग रहना। अपने आपको सब से हीन समझना। हमेशा अकेलापन महसूस करना।
किसी से ना मिलना ना बात करना खुद को अकेलेपन में कैद कर देना।
8. हर काम में थकान महसूस करना। शरीर में Energy level का बहुत कम हो जाना।
9. बहुत अधिक नशा करना। जैसे कि शराब, सिगरेट, ड्रग्स या नशीली दवाओं का सेवन करना।
10. यदि आपको नींद ठीक से नहीं आती या काफी दिनों से आप सोए नहीं है तो भी आपको कोई मानसिक बीमारी घेर सकती है।
11. घर में बिल्कुल भी शांति महसूस ना करना। बहुत ज्यादा घरेलू झगड़ों की वजह से भी किसी भी इंसान की मानसिक स्थिति बिगड़ सकती है।
12. यदि किसी इंसान पर किसी भी काम का बहुत ज्यादा प्रेशर डाला जाए जैसे कि ऑफिस में काम करने वाले व्यक्ति पर ऑफिस work का बहुत ज्यादा लोड होना।
स्कूल जाते बच्चे पर उसकी पढ़ाई का बहुत ज्यादा प्रेशर डाला जाए तो हो सकता है कि उसकी मानसिक स्थिति पर इसका बुरा असर पड़े। कभी भी बच्चों को उनकी पढ़ाई के लिए कंपेयर नहीं करना चाहिए सभी के सीखने की और समझने की क्षमता एक दूसरे से अलग हो सकती है।
इसलिए कह सकते हैं कि यदि किसी भी इंसान पर किसी भी काम का हद से ज्यादा प्रेशर डाला जाए तो इसका असर उस पर किसी मानसिक बीमारी के रूप में देखने को मिल सकता है।
13. जीवन में कोई दुखद घटना का हो जाना जिसे सहन करना बहुत मुश्किल हो जाए जैसे किसी अपने की मृत्यु या कोई भयानक एक्सीडेंट या शरीर को कोई भयानक बीमार हो जाना।
14. खुद को अपने घर में या बाहर दूसरों से कम समझना। अपने आप को किसी भी काम के काबिल ना समझना। अपने आप में हमेशा कमियां निकालना।
15. Self confidence बिल्कुल खत्म हो जाना। अपने आप पर बिल्कुल भी विश्वास ना करना।
16. यदि कोई मानसिक बीमारी से ग्रस्त है तो उसके मन में हमेशा खुद को या दूसरों को नुकसान पहुंचाने के ख्याल आते हैं वह हमेशा आत्महत्या के बारे में सोचने लग जाता है,
इसी के चलते वह कई बार खुद के साथ या दूसरों के साथ हिंसक गतिविधियां भी करने लग जाता है।
17. पौष्टिक भोजन बिल्कुल ना करना। यदि शरीर में संतुलित और पौष्टिक भोजन की कमी हो जाए तो भी इसका असर हमारी मानसिक स्थिति पर पड़ सकता है।
इसलिए पौष्टिक भोजन एक स्वस्थ शरीर और एक स्वस्थ दिमाग के लिए बहुत आवश्यक होता है।
18. अकेले में हर समय बड़बड़ करते रहना। रात दिन अपने आप से ही बातें करते रहना।
19. बहुत ही कम खाना खाना या फिर आवश्यकता से अधिक खाना भी किसी मानसिक बीमारी की ओर संकेत कर सकता है।
20. बहुत ज्यादा सिर दर्द, पीठ दर्द और चीजों को भूलने की शिकायत होने लगे तो भी यह किसी मानसिक बीमारी का संकेत हो सकता है। Mood बार बार Change hona भी हमारी मानसिक स्थिति की दर्शाती है।
21. अनुवांशिक कारण भी मानसिक रोग के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। यदि परिवार में पहले से कोई व्यक्ति मानसिक रोगी हो तो उस परिवार के अन्य व्यक्ति के भी मानसिक रूप से बीमार होने की संभावना रहती है।
यदि माता-पिता या भाई-बहन या किसी अन्य खून के रिश्ते वाला व्यक्ति मानसिक रोगी है तो हो सकता है कि परिवार में अन्य किसी व्यक्ति को भी यह बीमारी हो जाए।
22. यदि गर्भ के दौरान बहुत ज्यादा तनावपूर्ण माहौल हो, नशीले पदार्थों का बहुत ज्यादा सेवन कर रहें हो, या कोई दुर्घटना हो जाती है जिससे आपका मन बहुत अशांत रहता हो, तो पैदा होने वाले बच्चे की मानसिक स्थिति पर इसका बहुत बुरा असर पड़ सकता है।
हो सकता है कि वह पैदा होते ही मानसिक रूप से विकलांग हो।
23. यदि किसी दुर्घटना के दौरान आपके मस्तिष्क पर कोई गंभीर चोट लग जाती है तो हो सकता है इसकी वजह से भी कोई मानसिक बीमारी आपको घेर ले।
24. यदि आपने बचपन में बहुत ज्यादा दुर्व्यवहार सहन किया हो तो इसका असर भी आगे चलकर किसी मानसिक बीमारी के रूप में सामने आ सकता है।
25. कोई दर्दनाक अनुभव या कोई तनावपूर्ण स्थिति जैसे आर्थिक नुकसान हो जाना, किसी अपने से जुदाई हो जाना, तलाक की स्थिति या किसी अपने खास की मृत्यु हो जाना भी मानसिक बीमारी के विकास के
जोखिम को बड़ा सकता है।
Types of mental illness:---- मानसिक बीमारी कई प्रकार की हो सकते हैं जैसे कि:-----
1. डिप्रेशन
2. तनाव
3. नशे की लत
4. याददाश्त खोना
5. भूलने की बीमारी हो जाना
6. किसीचीज का फोबिया हो जाना जैसे भ्रम, डर इत्यादि।
7. अल्जाइमर रोग होना।
8. Hallucinations होना। etc.
Treatment and Prevention for mental illness:-------
1. दोस्तों, मानसिक बीमारी को रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है बस इसके लिए आपको अपनी जीवन शैली में कुछ ज़रूरी Changes करने होंगे और साथ ही आपकी family का support और अपनापन आपको आपकी मानसिक बीमारी से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं।
2. मानसिक बीमारी में डॉक्टर की help लेना भी बहुत जरूरी होता है
क्योंकि मानसिक बीमारी में इंसान ना केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।इसलिए ऐसी स्थिति को नजरंदाज ना करे और समय रहते डाक्टरी सलाह और treatment जरूर लें।
3. जितना हो सके मानसिक रोगी को अपना ध्यान रखना चाहिए। अच्छे से नींद लेनी जरूरी है और Healthy food खाना बहुत ज़रूरी है। ऐसा करने से हमारी Immunity power मजबूत हो जाएगी और हमारी स्थिति में सुधार आने लगेगा।
4. किसी भी व्यक्ति के लिए Exercises और योगा बहुत जरूरी है। योगा और व्यायाम करने से हमारे शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और हमारे शरीर की विभिन्न प्रकार के रोगों से लडने की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ जाती है।
जिससे हमें कोई भी काम करते हुए थकान महसूस नहीं होती और हमारा मन प्रतेक काम में अच्छे से लगता है
5. दोस्तों, बच्चो पर भी पढ़ाई का ज्यादा Pressure ना डालें। क्योंकि किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा दबाव का असर
हमारी मानसिक Situation पर पड़ता है।
6. यदि मानसिक रोगी की हालत बहुत ज्यादा खराब हो जाए तो उसको Hospital में ही admit करना ज़रूरी हो जाता है। जिससे रोगी के treatment में, निगरानी, दवा और पौष्टिक आहार का ध्यान रखा जा सके और किसी भी Emergency के लिए alert रहा जा सके।
7. यदि मानसिक रोगी के लक्षण बहुत ज्यादा गंभीर दिखाई देने लगे, जैसे कि उसको बहुत ज्यादा Hellucination होने शुरू हो गए हों। और उसके मन में हमेशा Suiside करने के विचार आते रहते हैं। और वह बहुत ज्यादा हिंसक गतिविधियां भी करने लगा हो तो ऐसे में डॉक्टर की सलाह से दवाई लेना बहुत जरूरी हो जाता है।
दोस्तों मानसिक बीमारी की रोकथाम के लिए मार्केट में तरह-तरह की दवाई उपलब्ध हैं।
परंतु अपनी मर्जी से और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवाई खुद खाना या अपने परिवार के किसी भी व्यक्ति को खिलाना उसकी जान के साथ खिलवाड़ करना साबित हो सकता है।
8. किसी भी व्यक्ति को वही काम करने चाहिए जिसमें आपको खुशी मिले।
यदि कोई भी काम बोझ समझ के किया जाए। यदि किसी काम को करते हुए आपको burden महसूस हो रहा हो तो वह काम आप बिल्कुल ना करे। क्योंकि इससे मन में नकारात्मक विचार आने लग जाते हैं जिसका हमारी मानसिक स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
9 अगर आप किसी Stress से जूझ रहे हैं तो शराब या नशे का सहारा बिल्कुल ना लें बल्कि नशीली पदार्थों से दूर रहें। नहीं तो यह नशीले पदार्थ आपकी सोचने समझने की शक्ति को खत्म कर देंगे और इसका सीधा असर आपकी मानसिक स्थिति पर पड़ेगा।
10.मानसिक रोगी को ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार वालों अपने दोस्तों अपने रिश्तेदारों के साथ बिताना चाहिए। अकेले बिल्कुल नहीं रहना चाहिए अपने दोस्तों से अपने परिवार वालों से अपनी मन की स्थिति को शेयर करने का प्रयत्न करें। अपनों की Support और अपनापन हमें किसी भी बीमारी से बाहर लाने में सक्षम होती है।
11. हमेशा ऐसे व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए जो आपके साथ नकारात्मक बातें करें और आपको नकारात्मक सोचने पर मजबूर करें। ऐसे अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करेंगे तो जल्दी कि हमारी मानसिक स्थिति में भी सुधार होने लगेगा।
तो दोस्तों मानसिक रोगी के व्यक्ति को ठीक करने के लिए Family suppprt, योगा एवं Exercise, डॉक्टर द्वारा Prescribed medicine और साथ ही डॉक्टर Talk therpy बहुत ज़रूरी होते हैं।
पौष्टिक भोजन करते रहें, अच्छे से नींद जरूर लें। ताकि आपका शरीर स्वस्थ रहे। और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग निवास करता है।
तो दोस्तों आज के लिए इतना ही आशा करती हूं आज का ब्लॉग आपको अच्छा लगा हो। फिर मिलते हैं किसी नए ब्लॉग और किसी New healthy mann की बात के साथ।
अपना और अपने अपनों का खयाल रखें। आस पास सफाई बनाए रखें।
Be hygiene......be safe.....be healthy.......
Thanks 😊☺️😊😀☺️😊
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